एक बार जंगल के सारे जानवरों में इस बात को लेकर बहस होने लगी कि कौन सा जानवर एक बार में सबसे ज्यादा बच्चों को जन्म दे सकता है। भेड़िया शान बघारते हुए बोला कम से कम पांच। बाकी जानवर और बढ़ा चढ़ाकर बोलते गए। इसके बाद उन्होंने शेरनी के पास जाने का निश्चय किया। सारे जानवर शेरनी को कहने लगे तुम तो रानी हो। तुम एक बार में कितनी बच्चे पैदा कर सकती हो तुम लोगों में से कई एक बार में बहुत सारे बच्चों को जन्म दे सकते हैं। हम श्रेष्ठ हैं। अरे ऐसी बात है। मैं तो एक बार में बस एक ही बच्चे को जन्म दे सकती हूँ शेरनी बोली। सारे जानवर जोर जोर से हंसने लगे और शेरनी का मजाक उड़ाने लगे। इस पर शेरनी बोली एक बात पर ध्यान दो साथियों। वह एक बच्चा आखिरकार होगा शेर ही। सिर्फ संख्या से कोई फर्क नहीं पड़ता असली महत्व गुणों का होता है। शैतान मेमना बोलने वाली गुफा चूहा बन गया शेर घोड़ा और गधा हौद में पड़ा कुत्ता झूठा दोस्त किंग कोबरा और चीटिंयाँ कुरूप पेड़ मुर्गी और बाज ऊंट का बदला बंदर की जिज्ञासा और कील भेड़िया और सारस